प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना केंद्र साकार की महत्वपूर्ण योजना है, इस योजना तहत, पात्र किसानों को हर साल सरकार द्वारा ₹6,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। और यह राशि तीन किस्तों में ₹2,000-₹2,000 करके सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा कर दी जाती है।
इस योजना के तहत अभी तक 18 किस्तें सरकार द्वारा किसानों के बैंक खातों में डाली जा चुकी है और अब किसान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं क़िस्त का इंतजार कर रहे है।
अगर आपको अभी तक की मिली किस्तों में कोई समस्या का समाना करना पड़ा है तो आप हेल्पलाइन नंबर की मदद ले सकते है।
हेल्पलाइन नंबर
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित किसी भी जानकरी या समस्या के समाधान के लिए आप निचे दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करके सहायता ले सकते हैं।
टोल-फ्री नंबर: 155261
अन्य हेल्पलाइन नंबर: 011-24300606
💡यदि आपको योजना से संबंधित समस्याएं, जैसे पैसा न आना, नाम या अन्य जानकारी गलत होना, जैसी कोई भी समस्या हो, तो आप इन टोलफ्री नंबरों पर कॉल करके अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं। और साथ ही, आप अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में जाकर भी संपर्क कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, आप योजना के आधिकारिक पोर्टल – https://pmkisan.gov.in/पर जाकर “KISAN E-MITRA” चैटबॉट की सहायता से भी अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।

हेल्पडेस्क पर Query कैसे रजिस्टर करें?
यदि आप PM Kisan Helpdesk पर अपनी कोई भी क्वेरी रजिस्टर करना चाहते हैं, तो यंहा दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें :
- सबसे पहले आपको PM-Kisan की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा। – https://pmkisan.gov.in
- इसके बाद होमपेज पर ही, Farmar Corner में “Helpdesk -Query Form” विकल्प दिया होगा, इस पर क्लिक करें।

- अब आपके सामने एक नए पेज पर दिख रहे “Query Form ” ओपन हो जायेगा। जहां पर आपको “Register Query” और “Know the Query Status” जैसे विकल्प दिखाए देंगें।
- आप “Register Query” विकल्प का चयन करें। अपना पंजीकरण नंबर (Registration Number)और पंजीकृत मोबाइल नंबर (Registered Mobile Number) दर्ज करें।

- आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP को दर्ज करे और अपनी क्वेरी “Submit” करें।
💡यदि हेल्पलाइन से आपकी समस्या का समाधान नहीं मिलता है, और आपको कोई भी सूचना नहीं मिलती है , तो आप अपनी ग्राम पंचायत, ब्लॉक कार्यालय, या स्थानीय कृषि विभाग के कार्यालय में जा कर अपनी समस्या का हल निकल सकते हैं।